अपनी भांजी को मौसी ने चुदवाया-1

नमस्ते दोस्तो, मैं इंदौर मध्य प्रदेश से रजत हूँ. मैं अन्तर्वासना की कहानियां रोज ही पढ़ता हूँ। मेरी पिछली कहानी मालिश से कामुक होकर चुदी भाभी को आप लोगों ने पढ़ा कि हम लोगों ने कैसे गुलछर्रे उड़ाये और कैसे उस अनिता भाभी ने उसकी बहन की बेटी को चुदवाने का वादा किया था और कैसे … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-9

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-8 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-10 नमस्ते दोस्तों, मेरी कहानी के इस नवें भाग में आपका स्वागत है. अब कहानी को आगे बढ़ाते हैं… गौरी को उसके घर के पास ड्राप करने के बाद ऑफिस जाते समय मैं सोच रहा था ‘साली यह नौकरी … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-10

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-9 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-11 नमस्ते दोस्तों, मेरी कहानी के इस दसवें भाग में आपका स्वागत है. अब कहानी एक रोमांचक दौर में पहुंच चुकी है. मस्ती मैं पढ़िए .. सुबह के लगभग 8 बजे हैं। रात को थोड़ी बारिश हुई थी इस … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-11

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-10 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-12 नमस्ते दोस्तों, मेरी कहानी के ग्यारहवें भाग में आपका स्वागत है. मस्ती मैं पढ़िए .. आज भी मैं थोड़ा जल्दी उठ गया था। मधुर ने बेडरूम में ही चाय पकड़ा दी थी। आज मैंने कई दिनों बाद पप्पू … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-12

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-11 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-13 नमस्ते दोस्तों, मेरी कहानी के इस भाग में आपका स्वागत है. अब कहानी एक रोमांचक दौर में है. मस्ती मैं पढ़िए .. “जिन खूबसूरत लड़कियों की ठोड़ी या होंठों के ऊपर तिल होता है उनके गुप्तांगों के आस-पास … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-13

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-12 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-14 नमस्ते दोस्तों, मेरी कहानी की इस तेरहवीं कड़ी में आपका स्वागत है. अब कहानी एक रोमांचक दौर में है. मेरे प्यारे पाठको और पाठिकाओ! मस्ती मैं एक शेर मुलाहिजा फरमाएं: वो हमारे सपनों में आये और स्वप्नदोष हो … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-17

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-16 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-18 गौरी ने मेरे तनाव में आते लंड को देखा तिरछी नजर से देखा और फिर जमीन की और देखने लगी। अब मैंने अपने लंड को एक हाथ की मुट्ठी में पकड़ा और उसे थोड़ा हिलाते हुए ऊपर नीचे … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-18

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-17 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-19 प्यारे अन्तर्वासना पाठकों, अब कहानी में योनि की सेवा का कार्य शुरू करते हैं. योनि दर्शन और चूषण सोपान के बिना जीवन अधूरा है. लोग सच कहते हैं भगवान जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है। … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-22

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-21 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-23 जिन पाठकों को यह कहानी पसंद नहीं आ रही है, जो भद्दे मेल या कमेंट्स कर रहे हैं, वे कृपया इस कहानी को मत पढ़ें. किसी दूसरी कहानी पर चले जाएँ. अथ श्री योनि भेदन सोपान प्रारम्भ! भेनचोद … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-23

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-22 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-24 मैंने अपनी जेब से वह सोने की अंगूठी निकाली और गौरी के दायें हाथ की अनामिका में पहना दी। मैंने गौरी के हाथ को अपने हाथ में लेकर उस पर एक चुम्बन ले लिया। गौरी लाज से सिमट … Read more

गांड की खुजली-1

नमस्कार दोस्तों, अन्तर्वासना पर मेरी कहानी अपने लंड से डॉक्टर की गांड तृप्त की  को आप सभी ने एन्जॉय किया. अब इस नई कहानी का आनंद लीजिये. मेरी गांड बुरी तरह कुलबुला रही थी खुजला रही थी, लंड के लिए मचल रही थी लंड की ठोकरों के लिए तड़फ रही थी। क्या करूं मौका ही … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-27

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-26 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-28 आप सबको तो सेक्स क्रिया का अच्छा अनुभव है. लेकिन मैं आपको एक बात बता देना चाहता हूँ कई बार मिठाई के साथ अगर बीच में नमकीन खा लिया जाए तो आनन्द दुगना नहीं चार गुणा हो जाता … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-28

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-27 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-29 मधुर का जन्मदिन उत्सव और गुलाब की दूसरी पत्ती मेरे पुराने पाठक जानते हैं अगस्त महीने में मधुर का जन्मदिन आता है। एक बात आपको बता दूं कि मधुर के जन्मदिन का मुझे बेसब्री से इंतज़ार रहता है। … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-30

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-29 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-31 गौरी की कसी खूबसूरत गुलाबी गांड मारने के लिए मैं मरा जा रहा हूँ। चूत का उदघाटन तो आराम से हो गया था पर उसे गांड के लिए तैयार करना जरा मुश्किल लग रहा है। आइए अब शुरू … Read more

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-31

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← गुलाब की तीन पंखुड़ियां-30 → गुलाब की तीन पंखुड़ियां-32 मैं अपनी कामवाली की चूत चोद चुका था और अब उसकी गांड मारने को उतावला था. लेकिन उसे गांड के लिए मानना थोड़ा मुश्किल लग रहा था. मैंने गौरी को 1 घंटे तक अंग्रेजी और मैथ पढ़ाया। सोने … Read more