मुन्नी के कौमार्य भंग करने की कथा-1
सभी वासना प्रेमियों को मेरा नमस्कार! मेरा नाम सावित्री है लेकिन मुझे मुन्नी कहकर ही बुलाते हैं. मेरे माँ बाप बचपन में गुजर गए थे. मेरी चढ़ती जवानी में मुझे मेरी मौसी गाँव से एक आर्मी ऑफिसर के यहाँ घर में काम करने के लिये छोड़ गयी थी. अंकल की उम्र 55-56 साल की रही होगी. … Read more