जारा का दीवानापन-8
यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← जारा का दीवानापन-7 → जारा का दीवानापन-9 मेरी प्रेमिका को हर वक्त मेरा लंड चाहिए था अपनी किसी भी छेद में! वो नए नए बहाने गढ़ कर मेरा लंड अपने जिस्म में घुसवाती रहती थी. ज़ारा- मेरा ईनाम? मैं- अभी दिया तो था! ज़ारा- कब? मैं- ये … Read more