फिर एक अहिल्या – 5
यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है: ← फिर एक अहिल्या – 4 → फिर एक अहिल्या – 6 कार में वसुन्धरा ने मुझसे कोई बात नहीं की अपितु सारे रास्ते वसुन्धरा अधमुंदी आँखों के साथ मंद-मंद मुस्कुराती रही, शायद उन लम्हों को मन ही मन दोहरा रही थी. वसुन्धरा के रुख पर रह-रह कर … Read more