उड़ीसा का यादगार माल

उड़ीसा का यादगार माल Udisa ka Yadgar Maal मेरा नाम तेजस पाटिल है मैं मुंबई का रहने वाला हूँ। मैं अभी एक बहुत बड़ी कंपनी में चीफ प्रोजेक्ट एडमिनिस्ट्रेटर के पद पर कार्यरत हूँ। मेरा कद 5’10” है, मेरी आँखें भूरी, चौड़ा सीना, रंग गोरा और दिखने में आकर्षक हूँ। मैं आपको अपनी जिन्दगी की … Read more

मामी की मोटी गांड

मामी की मोटी गांड दोस्तो, मेरा नाम सुनील है, मैं मुरादाबाद का रहने वाला हूँ। यह उ.प्र. का बहुत नामचीन शहर है, जिसे दुनिया पीतल नगरी के नाम से जानती है। यह कहानी मैं आपके लिए लेकर आया हूँ, मुझे घरेलू कहानियाँ बहुत पसन्द आती हैं। मैं आपको अपनी ऐसी ही एक कहानी सुनाता हूँ। … Read more

वीर्यदान महादान-6

वीर्यदान महादान-6 विक्की कुमार जब मेरा लण्ड पूरा खड़ा हो गया तो सोचा कि उसकी चूत मारूँगा पर इस बार नीता उल्टी लेट गई व एक तेल की शीशी को मुझे पकड़ाते हुए कहा- इसे मेरी गाण्ड के छेद में लगाओ। मैंने तब से पहले कभी गाण्ड नहीं मारी थी… अजी गाण्ड तो छोड़ो मैं … Read more

Mujhe Mere Boobs Par Naaz Hai

Mujhe Mere Boobs Par Naaz Hai Hi dosto, main kafi din se dk ki stories pad raha hoon kuch aachhi bhi lagi kuch bilkul fake aur kuch bahut hi gandi jaise maa bete ki bhai bahan ki baap beti ki etc. any way main story writers se apil karna chahta hoon ki plz aisi stories … Read more

सलोनी रानी की चुदाई-1

सलोनी रानी की चुदाई-1 चूतनिवास सभी पाठकों को चूतनिवास का नमस्कार। अन्तर्वासना के माध्यम से मुझे कुछ ही दिनों में एक गर्लफ्रेंड मिली जिसकी कहानी मैं प्रस्तुत कर रहा हूँ। हुआ यूं कि ‘चंदारानी की भरपूर चुदाई’ जो कहानी प्रकाशित हुई थी उसके बाद और भी कई कहानियाँ छपीं तो बहुत से पाठकों के मुझे … Read more

अंतहीन प्यास-2

अंतहीन प्यास-2 आपकी सारिका कंवल मैंने कहा- फिर भी आपको तो सोचना चाहिए था कि अपने बच्चों का एक पढ़ी-लिखी औरत जैसा ख्याल रख सकती है वैसा एक अनपढ़ औरत नहीं रख सकती! तब उसने कहा- जी पढ़ी-लिखी तो है, पर सिर्फ उर्दू! फिर मैंने कहा- आपने इतनी जल्दी-जल्दी बच्चे क्यों किए? क्या जल्दबाजी थी? … Read more

फ़ुलवा

फ़ुलवा उसका पति धीरू दो बरस पहले शहर कमाने चला गया। गौने के चार माह बाद ही चार-छः जनों के साथ वह चला गया। तब से अकेली फ़ुलवा घर गृहस्थी संभाल रही है। घर का दरवाजा बांस की फट्टी जोड़कर बना है। उसी में सैकड़ों रूपए निकल गए हैं। अब गौरी ही उसकी आजीविका का … Read more

स्वयंवर का सच-1

स्वयंवर का सच-1 लेखक : प्रेम गुरु और अरमान मैं जानता था कि यह राखी कपूर एक नंबर की चुद्दकड़ है। ये स्वयंवर वाली बात तो महज पब्लिसिटी बटोरने का एक तरीका है उसे कोई शादी वादी नहीं करनी है। ऐसी फुद्दैड़ औरतों को शादी विवाह और घर गृहस्थी जैसी बातों में तो ज़रा भी … Read more

जिस्म की मांग-3

जिस्म की मांग-3 प्रेषिका : लीला एक के बाद जब मैंने दूजे से नाता जोड़ा, मतलब बाबू से नाता जोड़ा, यह जानते हुए कि वो मेरे जैसी से शादी नहीं करेगा, बस वो मेरे शौक पूरे करता था, बदले में मैं उसे अपनी जवानी देती, मुँह को जब कच्ची उम्र में सेक्स का रस चख … Read more

Pyari Bhanji

Pyari Bhanji Hello Friends aap ka Sexy Writter rajkumar aik baar phir aap logon ki khidmat may new story kay sath hazir hai, sab se pehle to thanks meri pichli story ko pasand karnay kay liye, email may jis tarha aap nay meri stories pasand kari hain us se mujhe aur likhnay ka hosla ho … Read more

पलक की चाहत-6

पलक की चाहत-6 हम दोनों घाट से उठे, मैंने अपनी चप्पल हाथों में ही ले ली और और खाना खाने के लिए चल दिए और खाना खाकर कमरे की तरफ चल दिए… कमरे में पहुँच कर पलक ने अपना बैग उठाया और मुझे कहा- तू टीवी देख और जब मैं मैसेज करूँ तो मेरे कमरे … Read more

मासूम यौवना-3

मासूम यौवना-3 लेखिका : कमला भट्टी फिर मेरे पति वापिस चेन्नई चले गए तो मैंने भी स्कूल छोड़ दी और पीहर आ गई ! जब भी मेरे बड़े जीजाजी अजमेर आते तो मुझसे हंसी मजाक करते थे, मैं मासूम थी, सोचती थी कि मैं छोटी हूँ इसलिए मेरा लाड करते हैं। वे कभी यहाँ-वहाँ हाथ … Read more

मासूम यौवना-4

मासूम यौवना-4 मासूम यौवना-3 से आगे : रात के ग्यारह बज गए थे, जीजाजी को नींद आ गई थी, मैं भी सोने की कोशिश करने लगी और मुझे भी नींद आ गई ! रात के दो ढाई बजे होंगे कि अचानक मेरी नींद खुली, मुझे लगा कि मेरे जीजा जी मेरी चूत पर अंगुली फेर … Read more

Hotel Me Chudai

Hotel Me Chudai Aaj mai aaplogo ko ek asli ghatna sunane wala hoon. Eh ghatna mere jindagee ki bahut hi sukhad ghatna hai. Pichle saal mai Udaipur me Hotel Shikarbadi ruka hua tha. Eh hotel ek sunsan jagah par bahut alishan tarike se banaya hua hai aur is hotel ke charo taraf kahi jungle bhi … Read more

केले का भोज-4

केले का भोज-4 क्षितिज कहीं पास दिख रहा था। मैंने उस तक पहुँचने के लिए और जोर लगा दिया… कोई लहर आ रही है… कोई मुझे बाँहों में कस ले, मुझे चूर दे… ओह… कि तभी ‘खट : खट : खट’… मेरी साँस रुक गई। योनि एकदम से भिंची, झटके से हाथ खींच लिया… खट … Read more