कानून के रखवाले-12

कानून के रखवाले-12 आप “कानून के रखवाले” कहानी के ग्यारह भाग पढ़ चुके हैं ! अन्तिम प्रकाशित भाग कानून के रखवाले-11 में आपने पढ़ा कि : सोनिया बहुत हैरान थी कि उसने मुस्तफा को इतनी बुरी तरह पीटा उसके बाद बेहोशी के बाद भी वो वहाँ से निकलने में कामयाब हो गया.. इसका मतलब दो … Read more

दीदी की चूत की खुशबू

दीदी की चूत की खुशबू अन्तर्वासना के सभी पाठकों और सर्वप्रिय गुरु जी को मेरा नमस्कार.. मेरा नाम राजेश है, मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ और सभी कहानियाँ पढ़ चुका हूँ। मैं अपनी कहानी कई दिनों से आपसे कहने की कोशिश कर रहा था सो आज लिख रहा हूँ। मैं एक अच्छे घर-परिवार … Read more

घर में अकेली अदिति

घर में अकेली अदिति प्रेषक : सागर सिंह मेरा नाम सागर है, उम्र 22 साल और मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ। मेरे दोस्त ने मुझे एक बार अन्तर्वासना के बारे में बताया तब से मैं इसका नियमित पाठक हूँ। आज मैंने सोचा क्यूँ न अपने जीवन की कथा बताई जाए। बात तबकी है जब … Read more

मुझे रण्डी बनना है-5

मुझे रण्डी बनना है-5 मौसी- बस अब तुम अपने कस्टमर सम्भालो ! मैं और सीमा एक कस्टमर की गोद में रहने वाली हैं पूरे दिन.. जूली- आज कस्टमर के दोनों हाथों में और मुँह में लड्डू है ! एक मौसी और एक सीमा ! साला हमारे हाथ नहीं आता ! मौसी- चलो अपने अपने धंधे … Read more

अब करो !

अब करो ! प्रेषक : निखिल दोस्तो, मेरे नाम निखिल है, दिल्ली का रहने वाला हूँ। अन्तर्वासना.कॉम पर यह मेरी पहली कहानी है। यह मेरे जीवन अभी तक का पहला अनुभव है। यह बात उस वक़्त की है जब मैं 18 साल का था, मेरे गली में एक नई भाभी रहने आई थी, उनकी उम्र … Read more

हाथ में हाथ-2

हाथ में हाथ-2 वह चुपचाप रही, लेकिन चमकती हुई बिजली की रोशनी में उसकी टिमटिमाती आँखें स्नेह से भरकर मुझे देख रही थीं। फिर थोड़ा मुस्कुरा कर उसने नजरें हटा लीं। सफर अचानक सुहाना लगने लगा, तभी जोरदार गर्जन हुआ। अकस्मात बिजली के इस प्रचंड रूप से घबराई रंजू मुझमें सिमट गई। मेरे हाथ उसकी … Read more

नेहा के घर पर

नेहा के घर पर प्रेषक : राज सिंह दोस्तो, मेरा नाम राज है, मैं दिल्ली में रहता हूँ और इस वेबसाइट अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, सभी कहानियों को मैंने पढ़ा है और बहुत मजा लिया है। आज मैं भी आप सभी के सामने अपना एक अनुभव रखना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि … Read more

कोमल की कोमलता

कोमल की कोमलता मेरा नाम लोकेन्द्र शर्मा शर्मा है मैं अभी दिल्ली मैं रहता हूँ। मैं एक 5’7″ इंच लंबा तगड़ा और सुंदर जवान हूँ। मेरी उमर 22 साल और मैं उत्तर प्रदेश से हूँ। यह मेरी एक सच्ची कहानी है। बात उस समय की है जब मैंने क्लास १२ की ही थी और पुलिस … Read more

पारो आंटी

पारो आंटी हाय दोस्तो, मेरा नाम अनुराग है, मैं पंजाब में पढ़ाई कर रहा हूँ। मैं अभी तक अविवाहित हूँ, उम्र 21 साल है, देखने में दुबला-पतला हूँ, एक साल से अन्तर्वासना पढ़ रहा हूँ ! मैंने कुछ अच्छी और प्यारी चुदाई की कहानियाँ पढ़ी। इसलिए मैंने भी आज सोचा कि मैं भी आप लोगों … Read more

मुझे दीदी ना कहो-1

मुझे दीदी ना कहो-1 लेखिका : कामिनी सक्सेना मैं दिन को घर में अकेली होती हूँ। बस घर का काम करती रहती हूँ, मेरा दिल तो यूँ पाक साफ़ रहता है, मेरे दिल में भी कोई बुरे विचार नहीं आते हैं। मेरे पति प्रातः नौ बजे कर्यालय चले जाते हैं फिर संध्या को छः बजे … Read more

मेरी तंग पजामी

मेरी तंग पजामी मेरी गर्म गर्म चूत की तरफ से सभी लंबे लंबे लण्डों को सलाम! मेरा नाम कोमल प्रीत कौर है मगर प्यार से लोग मुझे कोमल कहते हैं। मेरी उम्र 27 साल है और मैं शादीशुदा हूँ। मेरे पति आर्मी में हैं। मैं अपने सास-ससुर के साथ अपने ससुराल में रहती हूँ। पति … Read more

पम्मी जी पप्पू जी

पम्मी जी पप्पू जी आप सभी अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार ! आपने मेरी पहली कहानी बस में अनजान औरत के साथ को काफी सराहा, मुझे कई सारे मेल मिले जिनमें से कई लड़कों और लड़कियों ने मुझसे उस औरत के नंबर मांगे तो मैं उन्हें यह बताना चाहूँगा कि हम कॉल … Read more

ज्योतिषी की सलाह-1

ज्योतिषी की सलाह-1 प्रेषक : रिशु-मोनू मेरा नाम मोनू है उम्र 18 साल और मैं लखनऊ में रहता हूँ। इस कहानी में मैं आपको बताऊँगा कि कैसे मैंने मेरी बड़ी बहन की चुदाई मेरे जिगरी दोस्त से करवाई। मेरे दोस्त का नाम रिशु है और वह पहले मेरे पड़ोस में रहता था। हमारी दोस्ती बचपन … Read more

कानून के रखवाले-10

कानून के रखवाले-10 प्रेषक : जोर्डन सोनिया ने चार गुंडों को घायल किया था और शायद उनमें से दो मरने की हालत में थे… अब करीब 6-7 गुंडे और बचे थे जो फायरिंग कर रहे थे जिसकी वजह से दो हवलदार भी घायल थे। सोनिया ने पीछे छोड़े चार पुलिस वाले भी वायरलेस पर मेसेज … Read more

दो नम्बर का बदमाश-2

दो नम्बर का बदमाश-2 मैं सोफ़े पर बैठ गया। जैसी ही बाथरूम का दरवाज़ा खुला गीले बालों से टपकती शबनम जैसी बूँदे, काँपते होंठ, क़मसिन बदन, बेल-बॉटम में कसी पतली-पतली जाँघों के बीच फँसी बुर का इतिहास और भूगोल यानी चीरा और फाँकें साफ़ महसूस हो रही थी। हे भगवान क्या फुलझड़ी है, पटाखा है, … Read more