टीचर के रूप में एक रण्डी- 1

टीचर के रूप में एक रण्डी- 1 हॉस्पिटल चुदाई कहानी में पढ़ें कि पति मुझे पहली रात में ही नहीं चोद पाया। मैं आगे पढ़ाई करके नौकरी खोजने लगी। नौकरी मिली तो वहां से जिन्दगी कैसे बदली? यह कहानी सुनें. हाय फ्रेंड्स, मेरा नाम सविता है। मेरी उम्र 28 साल की है और मेरा फिगर … Read more

मम्मी पापा वाला खेल

मम्मी पापा वाला खेल रात को अचानक पापा के कमरे की बत्ती जलने से बन्टी की नींद खुल गई। बन्टी को पेशाब आने लगा था। दीदी पास ही सो रही थी। बन्टी ने दरवाजा खोला और बाथरूम में चला गया। बाहर आते ही बन्टी को खिड़की से अपने पापा की एक झलक दिखी। वो बिल्कुल … Read more

मुझे लेट कर मजा आता है !-2

मुझे लेट कर मजा आता है !-2 हेलो दोस्तो, हैरी का नमस्कार ! आपने मेरी पहली कहानी पढ़ी थी अब आगे की कहानी। मेरी उम्र 25 साल की है और पंजाब का रहने वाला हूँ। तो उस रात जब मेरी नीद खुली तो देखा की मामी मेरे लण्ड से खेल रही थी, मुझे बहुत मजा … Read more

लांघे की लाजो

लांघे की लाजो प्रेषक : उदय मेरे प्यारे दोस्तो, मुझे यकीन है कि आप मुझे भूले नहीं होंगे, मेरी पिछली कहानी मैं और मेरी शालू आपने पढ़ी होगी। तो दोस्तो, अब मैं अपनी नई कहानी लेकर आया हूँ अपने दोस्त की जिसका नाम लांघा है, लांघा भी मनाली में रहता है, बहुत बड़ा रंडीबाज़ है … Read more

गाण्ड मारे सैंया हमारो-1

गाण्ड मारे सैंया हमारो-1 प्रेम गुरु और नीरू बेन को प्राप्त संदेशों पर आधारित प्रेषिका : स्लिम सीमा तजुर्बेकार लोग कहते हैं कि गोरी की गाण्ड और काली की चूत बहुत मज़ेदार होती है। अगर इस लिहाज से देखा जाए तो मेरी मटकती गाण्ड तो बहुत ही लाजवाब है। क्या आपको मेरे (नीरू बेन) मदहोश … Read more

एक दूनी दो-1

एक दूनी दो-1 लेखक : जीत शर्मा (प्रेम गुरु द्वारा संपादित एवं संशोधित) दोस्तो! सबसे पहले मैं आप सभी पाठकों और अन्तर्वासना का धन्यवाद करना चाहूँगा कि आपने मेरी कहानी ‘इब तो बाड़ दे‘ के दोनों भाग बहुत पसंद किये। यह उससे आगे की कहानी है। मोनिका और मास्टरनी की चुदाई के बाद मेरी यह … Read more

मैं तो शादीशुदा हूँ-2

मैं तो शादीशुदा हूँ-2 मैं तो शादीशुदा हूँ-1 यह रास्ते में मिले, लगता ज्यादा पी ली है! वो प्रिया थी- यह रोज़ का काम है, आओ आप! मैं उसको लेकर उसके कमरे तक चला गया, उसको लिटा दिया, जूते उतार मैंने कंबल दिया। ‘धन्यवाद!’ प्रिया बोली। ‘कैसी बात करती हो भाभी? मैं बस डौगी को … Read more

हाय राम ! मैं का करूँ?

हाय राम ! मैं का करूँ? लेखिका : नेहा वर्मा यह कहानी मुझे शर्मीली ने भेजी है, इसे बस थोड़ा सा संवार कर आपके समक्ष पेश कर रही हूँ। लोग मुझे क्यों शर्मीली कहते हैं? क्योंकि मैं बिल्कुल इसके विपरीत रही हूँ ! कुछ लोग एक नन्ही शर्मीली कली को पसंद करते हैं लेकिन कुछ … Read more

बरसात की हसीन रात-3

बरसात की हसीन रात-3 उस दिन शाम को हम बाहर घूमने गए थे, घूमते घूमते हम बाज़ार में पहुँच गए। फ़िर शीला को पता नहीं क्या हुआ, मुझसे बोली- तुम कॉफ़ी शॉप में रुको ! मैं आधे घंटे में आती हूँ ! मैं जाकर कॉफ़ी शॉप में बैठ गया। शायद चालीस मिनट बाद शीला आई। … Read more

कानून के रखवाले-7

कानून के रखवाले-7 प्रेषक : जोर्डन आरती (सफेद सलवार-कमीज़ में)- भाभी जल्दी चलो ! मुझे वरुण से मिलने के लिए देर हो रही है, उनको दिखाना है कि कितना प्यारा उपहार लिया है उनके लिए !! मोना- आ रही हूँ, इतनी भी क्या जल्दी है? तभी सामने से आते हुए शख्स ने आरती को धक्का … Read more

मैं फिर से चुदी-3

मैं फिर से चुदी-3 कहानी के पिछले भाग: मैं फिर से चुदी-1 मैं फिर से चुदी-2 उसने अपने लंड की मलाई मेरी गांड में छोड़ दी. मेरी गांड में गरम लावे का सैलाब आ गया! मैं जमीन पर गिर गई और मुकेश मेरे ऊपर! काफी देर तक हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे. अब मेरी … Read more

कानून के रखवाले-5

कानून के रखवाले-5 प्रेषक : जोर्डन अब्बास की हालत अभी एकदम मरे हुए कुत्ते जैसी थी। उसके चेहरे से बहुत खून निकल रहा था और दर्द से तो वह बेहोश ही हो चुका था। उसकी हालत देख कर उसके चमचे बड़े हैरान थे… कल तक खुद को बादशाह और डॉन समझने वाले की इस इंस्पेक्टर … Read more

हवस भरा प्यार

हवस भरा प्यार प्रेषक : अयन मेरा नाम अयन है, यह घटना मेरे साथ सच में हुई है। यह मेरी पहली कहानी है जो मैं यहाँ लिख रहा हूँ अपने पहले प्यार का अनुभव ! धैर्य से पढ़िए, यह आपके लण्ड और बुर से पानी निकाल देगी। मैं एक लड़की के साथ बहुत दिनों से … Read more

चुदाई का शौक -3

चुदाई का शौक -3 चुदाई का शौक-1 चुदाई का शौक-2 सभी पाठकों को मेरा नमस्कार! कुछ पिछला बताते हुए मैं आगे लिख रही हूँ! आधा घंटा उसने मुझे जम कर पेला, फिर शांत हुए, नशा उतर गया, बोला- तुमने मुझे इतना मस्त गिफ्ट दे दिया! माधुरी नहीं देती? सच बताऊँ? उसे मत कहना! उसमें अब … Read more

जन्मदिन का उपहार

जन्मदिन का उपहार प्रेषक : मुकेश कुमार दोस्तो, आज मैं अपनी सच्ची कहानी आपके सामने रखने जा रहा हूँ। यह बात उस समय की है जब मैं इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था और मेरी उम्र 19 साल थी। मैं एक कोचिंग क्लास में पढ़ता था, मेरा नंबर हमेशा क्लास में सबसे ऊपर रहता था … Read more