वो सात दिन कैसे बीते-5

वो सात दिन कैसे बीते-5 गौसिया को हस्तमैथुन सिखाते हुए मैंने अपने मुख में ढेर सी लार बनाई और उसके सीधे हाथ की उँगलियों को अपने मुख में ले उन्हें लार से गीला किया- वहाँ सूखी उँगलियों से जल्दी ही जलन होने लगती है इसलिए हमेशा ध्यान रखना कि चिकनाई ज़रूरी है। मैंने उसे चेताते … Read more

चाची ने मेरी वासना जगा कर चूत चुदवाई

चाची ने मेरी वासना जगा कर चूत चुदवाई हैलो साथियो … मेरा नाम कपिल कुमार है. मैंने इस साइट पर अभी कुछ दिनों से ही सेक्स स्टोरी पढ़ना शुरू किया है. सच में इन कहानियों को पढ़ कर बहुत मज़ा आता है. इसीलिए मैंने भी सोचा कि मैं भी अपनी जिन्दगी की एक पहली और … Read more

माँ-बेटी को चोदने की इच्छा-33

माँ-बेटी को चोदने की इच्छा-33 कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा… मैं तुरंत ही बैठ गया और वो उठी और मेरे सामने अपने घुटनों के बल जमीन पर बैठकर मेरे लौड़े को पकड़ कर अपने मुँह में डालकर चूसने लगी। बीच-बीच में वो अपनी नशीली आँखों से मुझे देख भी लेती थी.. जिससे मुझे … Read more

सगी बहन को कॉलेज में चुदते देखा तो …

सगी बहन को कॉलेज में चुदते देखा तो … भाई ने बहन की गांड मारी. भाई ने अपनी बहन को कॉलेज में अपने यार से चुदाई करवाते देखा तो उसका मन भी बहन की चुदाई का हो गया. उसके बाद क्या हुआ? दोस्तो, आज मैं भाई ने बहन की गांड मारी की घटना को सेक्स … Read more

अंधी चाहत-2

अंधी चाहत-2 रोनी सलूजा मैंने अपने ऊपर संयम रखते हुए उसे फिर कुर्सी पर बिठा दिया और बात को बदल कर माहौल को खुशनुमा बनाने में लग गया। कुछ देर बाद दीप्ति मेरी बातों से आश्वस्त होकर चली गई और मैं अपनी एकतरफा चाहत में किसी नतीजे पर नहीं पहुँच पाया था। मैंने भी इंतजार … Read more

पंखी पता नहीं बताते-1

पंखी पता नहीं बताते-1 प्रेषक : शकील फ़िरोज़ दोस्तो, मेरा नाम शकील है। मैं एक बार ट्रेन में मुंबई का सफ़र कर रहा था, वैसे भीड़ तो न थी और ट्रेन खाली थी। ट्रेन रुकते ही एक आदमी गुजरात के आनंद से चढ़ा, आकर मेरी बगल में जगह थी तो बैठ गया। थोड़ी देर बाद … Read more

शालू की गुदाई-1

शालू की गुदाई-1 दोस्‍तो, आपने मेरी पिछली कहानी ‘केले का भोज’ को तहेदिल से पसंद किया। शुक्रिया। उससे पहले स्‍वीटी या जूली, पुष्‍पा का पुष्‍प आदि कहानियों ने भी आपका भरपूर मनोरंजन किया। आपने उसकी भाषा की स्‍तरीयता और कल्‍पनाशीलता की प्रशंसा की। आपसे मिली प्रतिक्रियाओं ने मेरा उत्‍साह बढ़ाया है। अब मैं अगली कहानी … Read more

रोहतक के मलंग ने हिला दिया पलंग-2

रोहतक के मलंग ने हिला दिया पलंग-2 मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग रोहतक के मलंग ने हिला दिया पलंग-1 में अभी तक आपने पढ़ा कि मैट्रो में मिले लड़के के तने हुए लिंग को याद करते हुए मैं उसे अपनी योनि में लेने के लिए तड़पती हुई चूत को सहला रही थी कि मेरे … Read more

दो भाभी और अकेले देवर में चुत चुदाई

दो भाभी और अकेले देवर में चुत चुदाई मैं कई बार भाभी की गांड चोद चुका हूँ. एक बात भाभी की सहेली आई तो मैंने भाभी को कहा कि अपनी सहेली की चुदाई करवा दें. भाभी ने उससे बात की और वो मान गयी. दोस्तो, मैं अजय एक बार फिर आपके लिए सेक्स कहानी लेकर … Read more

मेरी सहेली-2

मेरी सहेली-2 प्रेषिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : रीता शर्मा मेरी सहेली-1 रीता के पति राहुल अभी तक घर नहीं आए थे। रीता ने अपना सामान रसोई में रखा और खाना बनाने की तैयारी करने लगी। उसे रह रह कर साहिल से चुदाई की याद आ रही थी। लगभग ७ बजे राहुल आया। काम भी … Read more

भूल जाओ रात को

भूल जाओ रात को प्रेषक : राजेश देशमुख मेरा नाम राजेश है और मैं पुणे में रहता हूँ। यह कहानी साल 2009 की है। मैं तब 18 साल का था। मेरी बुआ हमारे ही शहर में रहती है पर उनका घर बहुत दूर है। बुआ के घर कुल मिला कर तीन सदस्य हैं, बुआ, फ़ूफ़ा … Read more

सहेली का बदला

सहेली का बदला प्रेषिका : कविता आज यह कहानी मैं अपनी सहेली मल्लिका के बारे लिख रही हूँ। जब यह घटना हुई तब तक मुझे पता नहीं था कि मल्लिका को सेक्स इतना पसंद है कि वो किसी के भी साथ सेक्स कर सकती है और फ़ोन पर उसे गर्मागर्म बातें करने में तो उसे … Read more

जीजा साली का मिलन-2

जीजा साली का मिलन-2 कहानी का पहला भाग: जीजा साली का मिलन-1 चूँकि बीवी के वापस आने का वक्त हो गया था, इसलिए मैंने उसे कहा- दीपा, तुम्हारी दीदी के आने का वक्त हो रहा है, जल्दी जल्दी में मजा भी नहीं आएगा इसलिए कल मौका निकाल कर तैयार रहना ! साली साहिबा पहली पहली … Read more

काम आगे बढ़ाया

काम आगे बढ़ाया इससे पहले मेरी कहानियाँ काम में मज़ा आया? और दोबारा काम मिला आप पढ़ चुके हैं। आज अपने सभी पाठकों को अपनी नई कहानी दे रहा हूँ उम्मीद करता हूँ आप सबको पसंद आयेगी। मैं अपने काम से लौटा ही था कि मेरे मोबाइल पर फोन आया कि आप को एक कॉल … Read more

मिल-बाँट कर..-1

मिल-बाँट कर..-1 हाय ! हम झंडाराम और ठंडाराम दोनों सगे भाई हैं। हम दोनों एक साथ मिलकर हर काम किया करते हैं फिर वह काम भले ही चोरी-डकैती का हो या अपनी-अपनी महबूबाओं के साथ रंगरेलियां मनाने का हो। बचपन से ही हमारी शक्लें भी बिलकुल एक जैसी हैं। कई बार तो हमारी पत्नियाँ तक … Read more