रेलगाड़ी में पेल मारी

रेलगाड़ी में पेल मारी मैं मुम्बई में रहता हूँ। मैं अपनी एक वास्तविक कहानी लिख रहा हूँ, अगर आपको पसन्द आए तो मुझे उत्तर लिखें। बात उस समय की है जब मैं कॉलेज में पढ़ता था… मेरी अन्तिम परीक्षाएँ समाप्त हो चुकी थीं और मैं उदयपुर से अपने पैतृक नगर सूरत ट्रेन से जाने वाला … Read more

चुपके-चुपके चोरी-चोरी

चुपके-चुपके चोरी-चोरी प्रेषक : छोटू हेलो पाठको, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैं अपनी कहानी आप सभी को बताना चाहता हूँ। यह करीब पाँच साल पुरानी बात है, जब मैं स्नातिकी के प्रथम वर्ष में था। कॉलेज की छुट्टियों में मेरे घर के सभी सदस्य गाँव चले गए थे। मेरा रहने का प्रबंध मेरी … Read more

ब्यूटी पार्लर में मसाज़ चुदाई

ब्यूटी पार्लर में मसाज़ चुदाई रीता शर्मा मेरी शादी हुये लगभग तीन साल गुजर चुके हैं। मेरे पति सुशील मुझसे बहुत प्यार करते हैं, एक प्राईवेट फ़र्म में काम करते हैं और उनका वेतन भी बहुत अच्छा है। हमने एक क्लब भी जोईन कर रखा है।। मेरे साथ की महिलाएं जो 20 से 50 वर्ष … Read more

वो कच्ची कलियाँ तोड़ गया

वो कच्ची कलियाँ तोड़ गया प्रेषिका : सिमरन सिंह मेरा नाम सूर्यप्रभा है, मैं अट्ठारह साल की हूँ और मैं असम के तिनसुकिया जिले के एक छोटे गाँव से हूँ। मेरी बड़ी बहन मानसी और मैं पिछले ५ सालों से दिल्ली में रहती हैं। हमें पापा ने वहाँ के आतंकवाद से दूर पढ़ने भेज दिया … Read more

जवानी एक बला

जवानी एक बला लेखिका : नेहा वर्मा मैंने जवानी की दहलीज़ पर कदम रखा ही था कि मेरे सामने मेरी जवानी का लुफ़्त उठाने के लिये लोगों की नजरें उठने लग गई थी। उनकी नजरें जैसे मेरे उभारों को मसल कर रख देना चाहती थी। जिसे देखो उसकी नजरें मेरी उभरती हुई चूंचियों पर ही … Read more

कंप्यूटर की प्रॉब्लम

कंप्यूटर की प्रॉब्लम मैं सनी भोपाल से, मेरी उम्र 30 साल है। यह बात उस समय की है जब मैं कंप्यूटर का कोर्स कर रहा था। मुझे उस समय कंप्यूटर ठीक करने के लिए लोगों के घर पर भी जाना पड़ता था। एक बार की बात है, मेरे एक सीनियर ने मुझे एक पता दिया … Read more

मदनराग रंग लायो..

मदनराग रंग लायो.. तन के मिलन की चाह बडी नैसर्गिक है। सुन्दर स्त्री की देह से बढ़कर भ्रमित करने वाला और कुछ पदार्थ इस संसार में नहीं है। मेरे पिता ईसाई, माता हिन्दू ! मुझ पर हिन्दू संस्कारों की छाया अधिक पड़ी। मेरा विवाह मेरी मां की पसन्द के एक हिन्दू घराने में हुआ। पत्नी … Read more

गांड में लंड

गांड में लंड प्रेषक : विकास गुप्ता सभी अन्तर्वासना-पाठकों को मेरा सलाम और गुरूजी को मेरी तरफ़ से प्रणाम ! यह मेरी अन्तर्वासना में पहली दास्तान है । मेरा नाम राहुल है ! मैं +२ में पढ़ता हूँ ! गोरा, चिकना, बड़ी-बड़ी गोल-मोल गांड ! अभी मेरे शरीर में बाल नहीं आए, चिकना चुपड़ा बदन … Read more

चूत मिली लंड खिला

चूत मिली लंड खिला प्रेषक : आकाश मेरा नाम आकाश, मैं इंदौर का रहने वाला हूँ। मैंने अपनी सामने रहने वाली सोनी से अपने प्यार का इज़हार किया। शायद वो भी मुझे प्यार करती थी, हम दोनों फ़ोन पर ही प्यार की बातें करते थे। एक दिन उसके घर पर कोई नहीं था, उसका फ़ोन … Read more

स्वर्ग का अनुभव-३

स्वर्ग का अनुभव-३ प्रेषक : उमेश सबसे पहले तो मैं गुरूजी का आभार मानता हूँ कि उन्होंने मेरी सही अनुभव वाली दो कहानियाँ ‘स्वर्ग का अनुभव-१’ और ‘स्वर्ग का अनुभव-२’ प्रस्तुत की ! इस कहानी में मेरी कोई कल्पना नहीं है इसलिए जिसको काल्पनिक कहानी में ही मजा आता हो वो यह कहानी नहीं पढ़े … Read more

वो कौन थी

वो कौन थी लेखक : मुन्ना (मुन्नेराजा) दोस्तो, एक लम्बे अंतराल के बाद आपसे फिर मुखातिब हूँ, एक अचरज-कथा प्रस्तुत कर रहा हूँ ! पता नहीं किसी से मेरे बारे में सुनकर मेरे पास एक महिला का फोन आया और उन्होंने मुझसे बोला कि वो किसी जरूरी कार्य से मुझसे मिलना चाहती हैं। मेरे पूछने … Read more

जी भर के लुटाना चाहती हूँ जवानी-1

जी भर के लुटाना चाहती हूँ जवानी-1 लेखिका : टीना सभी अन्तर्वासना पढ़ने वालों और गुरुजी को प्रणाम ! सबके लौड़े खड़े रहे, सबकी चूतें हरी रहें ! भरी रहें ! दोस्तो, यह जिस्म, यह जवानी, यह नाज़ुक-नाज़ुक अंग सदा नहीं रहेंगे। आज हो कल नहीं ! यह किसने जाना है ! अगर भगवान् ने … Read more

फिर दूसरी से कर लेना-3

फिर दूसरी से कर लेना-3 प्रेषक : संजय शर्मा प्रिय पाठको संजय शर्मा का एक बार फिर से नमस्कार ! मेरी कहानी “दूसरी से कर लेना” के दो भाग अन्तर्वासना पर प्रकाशित हो चुके हैं। पहले अंश में मैंने लिखा था कि किस तरह मैंने और भैया ने अपनी दोनों दीदियों को चोदा था और … Read more

प्यार का समां

प्यार का समां लेखिका : लक्ष्मी बाई मेरा तलाक हुए करीब 3 साल हो चुके थे। मेरी शादी जब मैं 19 साल की थी तब कर दी गई थी। मेरा पति मुझसे दस साल बड़ा था। उस समय तक मैं चुदाई और सेक्स के खेल से अनभिज्ञ थी। सुहागरात को उसने मेरी चुदाई नहीं की … Read more

चुद गई कुतिया कोठे पर-2

चुद गई कुतिया कोठे पर-2 प्रेषिका : उषा मस्तानी पहले भाग से आगे : अंकल उठकर पलंग के पास सोफा कुर्सी पर बैठ गए। मौसी ने मेरी चूत पे हाथ फिराया और बोली- तेरी मुनिया तो बड़ी चकाचक हो रही है। बड़े आराम से लेटी हुई है, लगता है जैसे कि हनीमून के मज़े ले … Read more