लण्ड न माने रीत -7
लण्ड न माने रीत -7 अब तक आपने पढ़ा.. जब मैं उठ कर आने लगा तो भाभी जी बोलीं- कल मैं और आपके दोस्त मेरे मायके जा रहे हैं.. मेरे पिताजी का स्वर्गवास हो गया था। वो होली पर जाना पड़ता है ना.. आरती घर पर अकेली रहेगी। परसों इसकी ननद भी इसके ससुराल से … Read more