मेरा गुप्त जीवन- 136
मेरा गुप्त जीवन- 136 अगले दिन सुबह ही मैं, कम्मो और निम्मो लखनऊ वापस जाने के लिए चल पड़े और 3-4 घंटे में लखनऊ पहुँच गए। सबसे पहले निम्मो को मैडम जी के घर में छोड़ा और फिर अपनी कोठी में आ गए। राम लाल चौकीदार हमको देख कर बड़ा खुश हुआ और उसने यह … Read more