कहीं पे निगाहे कहीं पे निशाना-2

कहीं पे निगाहे कहीं पे निशाना-2 लेखिका : नेहा वर्मा “ओह ! मरना ही है तो यहाँ नहीं, अन्दर बिस्तर पर चलो !” अब मुझे पता था कि मेरी लाईन साफ़ है। अब तो बस चुदना ही है। उसे भी कहाँ अब चैन था। उसने तो मुझे जल्दी से अपनी बाहों में उठा लिया और … Read more

मेरी गांड फ़ट गई

मेरी गांड फ़ट गई प्रेषक : हरीश महरा “उसकी खुद की फ़ट गई” का दूसरा भाग यह मेरी अन्तर्वासना पर दूसरी कहानी है। सनी भाई की राह पकड़ कर मैं खुश हूँ और उनके जैसे हथकंडे जैसे ही मैंने अपनाए, मेरे ऊपर तो लौड़ों की बरसात हो गई। जैसे मैंने अन्तर्वासना में अपनी पहली कहानी … Read more

प्यास से प्यार तक-1

प्यास से प्यार तक-1 प्रेषक : मानस गुरू (यह कहानी अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्यों को “श्रीजा का गदराया बदन” नाम से भेजी गई है।) दोस्तो, मैं हाज़िर हूँ एक नई और दिलचस्प कहानी लेकर जो मेरे दोस्त और उसकी गर्लफ्रेंड की है और एक ब्लू सीडी की है जो उन दोनों पर बनाई गई। … Read more

भाभी के पैरों का दर्द

भाभी के पैरों का दर्द नमस्कार प्रिय पाठको, मैं संजय एक बार फिर आप लोगों को अपनी कहानी सुनाने आया हूँ। मेरी पिछली कहानी खेल खेल में चोदा आप लोगो को बहुत पसंद आई और मुझे कई मेल भी मिले उसके लिए धन्यवाद। दोस्तो! चुदाई ऐसा मज़ा है कि बार बार लेने का मन करता … Read more

ममेरी बहन के संग

ममेरी बहन के संग प्रेषक : शिमत सबसे पहले तो मैं गुरूजी को धन्यवाद कहना चाहूँगा कि उन्होंने हमें अपने उदास और वीरान जीवन में अन्तर्वासना की रंगीनियाँ भरने का मौका दिया। मैं पिछले दो सालों से अन्तर्वासना को रोज़ ही देखता हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मैंने कई कहानियाँ पढ़ी हैं और … Read more

वेब से बेड तक-3

वेब से बेड तक-3 प्रेषक : लव गुरू फिर मैंने कहा- माँ, मुझको तुम्हारे शरीर के सारे कपड़े भी अच्छे लगते है। रीमा ने कहा- अच्छा बता, इनमें भला तुझे क्या अच्छा लगता है? मैंने कहा- इनकी मादक खुशबू। इन कपड़ों से निकलने वाली मस्तानी सुगंध। इस सुगंध में कपड़ों की गंध के साथ साथ … Read more

दोनों हाथों में लड्डू

दोनों हाथों में लड्डू हाय दोस्तो, मेरी उम्र 27 साल है, मैं कोइम्बटोर तमिलनाडु में नौकरी करता हूँ। आज पहली बार मैं अंतर्वासना पर कहानी नहीं, सच्ची घटना लिखने जा रहा हूँ। मेरे सेठ के परिवार में मेरे सेठजी, सेठानी और उनका एक लड़का जो 8 साल का तीसरी कक्षा में पढ़ता है, रहते हैं। … Read more

दोस्ती का उपहार-2

दोस्ती का उपहार-2 प्रेषक : विनय पाठक दोपहर बाद जब सब खाना खाने के लिये जाने लगे तो मैंने उसे छेड़ने के लिये कहा- तुम्हें कुछ याद है नीतू? उसने कहा- क्या सर? मैंने कहा- कल तुमने मुझे कुछ देने के लिये कहा था ! तो उसने नादान बनते हुये मुझे छेड़ते हुए कहने लगी- … Read more

मेरी मंगेतर-2

मेरी मंगेतर-2 प्रेषक : कर्ण कुमार कुछ दिन बाद मेरा जन्मदिन था। कोमल ने पूछा- क्या उपहार चाहिए? मैंने कहा- मैं तुम्हें बिना कपड़ों के देखना चाहता हूँ। वो उपहार को कैसे मना करती, उसने कहा- ठीक है, पर देखोगे कहाँ? मैंने कहा- तुम्हारी किसी सहेली के घर पर ! उसने बोला- मेरी एक सहेली … Read more

नंगी देखा किसी और को चोदा कटरीना को-2

नंगी देखा किसी और को चोदा कटरीना को-2 नंगी देखा किसी और को चोदा कटरीना को-1 आप सभी के संदेश मिले, पढ़ कर बहुत खुशी हुई! कुछ संदेश लड़कियों के भी मिले अच्छा लगा लेकिन वो कोई उम्मीद न करें हमसे! चलो मैं आगे की कहानी सुनाता हूँ! हम काफी घुलमिल गए थे ट्रेन में … Read more

बुआ हो तो ऐसी-1

बुआ हो तो ऐसी-1 (प्रेम गुरु द्वारा संशोधित एवं संपादित) घर की मौज हर किसी को नसीब नहीं होती पर शायद मैं इस मामले में खुशनसीब था जो मुझे वो सब मिला जो हर घर में हर किसी को नहीं मिलता। तब मैं गाँव में रहता था। दसवीं तक पढाई कर चुका था पर गाँव … Read more

होली के बहाने

होली के बहाने लेखक : सनी गुरु जी को बहुत बहुत प्यार, नमस्कार ! सभी अन्तर्वासना के पाठकों और मेरे आशिकों को जिन्होंने चैट में मेरे से बात की, मेरी नंगी गांड और लड़कियों जैसा जिस्म देखा। लेकिन यह सब अन्तर्वासना की बदौलत हुआ। गुरु जी का धन्यवाद जिन्होंने मेरी पांच की पांच कहानियाँ आप … Read more

नासिक का काल बॉय

नासिक का काल बॉय मैं किशोर नासिक से! यह मेरी सच्ची और पहली कहानी है। मैं एक काल बॉय हूँ। मैं आपको अपना अनुभव सुनाने आया हूँ। मुझे एक लड़की ललिता (नाम बदला हुआ) का ई-मेल मिला। उसने अपना फ़ोन नम्बर दिया हुआ था। मैंने उसे फ़ोन किया और बताया। तो उसने कहा कि वो … Read more

प्यासी की प्यास बुझाई-3

प्यासी की प्यास बुझाई-3 प्रेषक : सुनील कश्यप द्वितीय भाग से आगे : मैंने उसे खड़ा किया और हम दोनों अब खड़े होकर ही चूमने लगे। फिर वो मुझे अपने कमरे में ले गई, अपने बिस्तर पर लिटा कर एक एक करके मेरे सारे कपड़े निकाल फेंके। जैसे ही उसने मेरा अण्डरवीयर उतारा तो मेरा … Read more

कसी हुई चूत फाड़ दी मैंने

कसी हुई चूत फाड़ दी मैंने बात उस समय की हैं जब मैं बारहवीं की परीक्षा पास करके अपने गाँव वापस आया। शहर में रहकर मैं बहुत बिगड़ गया था और चूत का आशिक बन गया था क्योंकि मैंने सुना था कि सांप और चूत जहाँ दिखे वहीं मार देनी चाहिए… बस यही सोच कर … Read more